*मध्य प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी चरस की खेप क्राइम ब्रांच ने पकड़ी*
*रिपोर्ट आकाश मौर्य सत्य हिंदी टीवी*
*भोपाल (Bhopal) में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच (crime branch) ने 36.18 किलोग्राम चरस जब्त की है. जब्त* *चरस की अन्तर्राष्ट्रीय कीमत करीब 12 करोड़ 50 लाख रुपये बताई जा रही है. इस तरह यह मध्य प्रदेश के इतिहास में पकड़ी गई चरस की* *सबसे बड़ी खेप biggest consignment of hashish seized in the history of MP) बताई जा रही है* *जब्त की गई चरस को नेपाल से तस्करी कर भोपाल लाया Smuggled from Nepal and brought to Bhopal) गया था. भोपाल क्राइम ब्रांच ने दो चरस तस्करों को गिरफ्तार किया है. दोनों तस्कर बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं* *पुलिस दोनों चरस तस्करों से पुछताछ कर अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. पकड़े गए तस्करों ने बताया कि वे सस्ते दाम पर चरस बिहार के रास्ते नेपाल से लाते हैं और भारत के शहरों में खपा देते हैं. गिरोह कई किलो चरस भोपाल में पहले भी सप्लाई कर चुका है. इसके पहले भी क्राइम ब्रांच भोपाल ने 7.60 करोड़ रुपये की कीमत की कुल 23 किलो चरस पकड़ी थी* *पुलिस कमिश्नर हरीनारायणाचारी मिश्र Police Commissioner Harinarayanachari Mishra) ने बताया कि क्राइम ब्रांच को पता चला था कि अयोध्या बायपास रोड स्थित कोच फैक्ट्री के जंगल में दो लोग छिपे बैठे हुए हैं. उनके पास बड़े पैमाने में चरस रखी हुई थी. आरोपी चरस की डिलीवरी करने के लिए किसी का इंतजार कर रहे थे. इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों की घेरबंदी शुरू की* *इसके बाद दोनों से पकड़कर पूछताछ की गई. आरोपियों की पहचान 33 वर्षीय विजयशंकर यादव निवासी ग्राम शीतल बरदाहा थाना* *उचायकोट जिला गोपालगंज बिहार और 35 वर्षीय हरकेश चौधरी निवासी ग्राम हेम बरदाहा थाना उचायकोट जिला गोपालगंज बिहार के रूप में हुई है* *पुलिस ने जब दोनों आरोपियों की पकड़कर तलाश शुरू की तो उनके पास दो बैग में कुल 36 किलो 180 ग्राम चरस बरामद हुई. अतिपुलिस* *उपायुक्त अपराध शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी नेपाल बार्डर से आने वाली चरस को भोपाल तक पहुंचाने का काम करते थे*इनका गिरोह नेपाल से सस्ते दामों में* *बिहार के तस्करो से चरस खरीदकर भोपाल में लाखो रूपयों का मुनाफा कमाते थे* *चरस तस्करी का यह काम काफी समय से चल रहा थाआरोपितों से सख्ती से पूछताछ कर उनके* *गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता किया जा रहा है*
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